Sunday, 29 December 2013

Indian Comics Fandom Awards 2013



*) - Best Cartoonist  
1. Vishnu Madhav
2. Kajal Kumar
3. Rahul Sharma & Prakash Bhalavi (tie).

*) - Best Comics Collector 
1. Sanjay Singh
2. Mohnish Kanojia
3. Sushant Mittal

*) - Best Blogger 
1. Mohit Sharma 
2. Kapil Chandak 
3. Sanjay Singh

*) - Best Fan Artist 
1. Jyoti Singh 
2. Saket Kumar 
3. Sumit Sinha

*) - Best Fanfic Author 
1. Mohit Sharma, 
2. Soumya Das 
3. Saurab Mehra

*) - Best Colorist 
1. Inder Jeet Bhanoo 
2. Dheeraj Dkboss Kumar 
3. Abhishek Gautam

*) - Best Reviewer/Critic 
1. Youdhveer Singh
2. Ajay Dhillon 
3. Mohit Sharma

*) - ICF Hall of Famers (2013) 
Fenil Sherdiwala, Youdhveer Singh, Mohit Sharma, Ajay Dhillon.

*over 120 creatives nominated & thousands of votes in 8 categories,  promo Artwork by Mr. Ashish Khare.

Monday, 23 December 2013

Hawaldar Bahadur Tribute

A tribute to Hawaldar Bahadur, author Ansar Akhtar & Manoj Comics Team. #respect #justt4fun 

Team - Me, Atharv Thakur, Youdhveer Singh


Wednesday, 11 December 2013

वो ज़हन मे जिंदगी जीते रहेंगे! (Tribute)


Waise to purani poem hai but isme comedy part khaas Comics Fest Indiak liye add kiya tha. Shiva ji ne bas 1-2 baar mey isko yaad kar k stage par act se pehle bola. *Backdate posting! (when I actually wrote the poem)




वो ज़हन मे जिंदगी जीते रहेंगे! 

इंसानियत के जज्बे को जागते रहेंगे।
सुनी है रात के अन्धकार मे कुत्तो की गुर्राहट ?
और कब्र पर प्रिंस की कर्कशाहट ?
या दिल्ली की छत के नीचे अपराध की दस्तक ?
महसूस किये है जासूस सर्पो के मानसिक संकेत ?
या सूचना देता कमांडो फोर्स का कैडेट ?
झेला है जंगल मे किसी निर्बल पर अत्याचार ?
या सुनी है किसी अबला की करुण पुकार ?
ली है राजनगर पुलिस हेडक्वाटर से प्रेषित कोई ज़िम्मेदारी ?
या मिला है रोशन सुरक्षा चक्र के पीछे इंतज़ार करता कोई वर्दीधारी?
जब तक अपराध होते रहेंगे,
पन्नो मे कैद ही सही,
ये सभी किरदार इंसानों मे जिंदा होकर इंसानियत के जज्बे को जागते रहेंगे।



मिली है कभी किसी से अनचाही पुच्ची?
या फटते देखा है किसी के गुस्से से ज्वालामुखी? 
मनाया है क्या किटी पार्टी को मेला?
या पाया है किसी ने दर्जन बच्चो वाला चेला?
खायी है क्या किन्ही चार फ़ुटियों से लातें?
या बड़े ध्यान से सुनी किसी कि छोटी-छोटी मगर मोटी बातें? 
बोले कहीं एक कुपोषित जासूस ने धावे,
या किसी हवलदार के हवालात मे सड़ाने के दावे? 
खुद को जीनियस क्यों समझता एक बुद्धू बच्चा सिंगल पसली?
या साथ रहा कभी आजकल के नेताओ का पूर्वज असली?
और एक बिना बात धर्मार्थ करने वाले क्यूट अंकल जी.… 
जब तक लोग जीवन से बोर होने लगेंगे .... 
पन्नो मे कैद ही सही,
ये किरदार अंतर्मन में जीवित हो हमे गुदगुदाते रहेंगे।




- मोहित