Wednesday, 7 December 2016

Cosplayer Azam Sebastian (Mumbai) Interview

Azam Cosplaying as Forsaken Jayce from League of Legends

Tell us something about yourself.
Hi, My name is Azam Sebastian and I have been part of the cosplay community for the past decade..oh and I am an engineer by profession.

How did you got interested in cosplaying?
Actually I always wanted to cosplay…I used to dress up at home using the stuffs I had but I did my first proper cosplay at Animatsuri 2015.

What are the challenges that you face while cosplaying in India?
Well not a lot of people know what cosplay is…to give them an idea you have to explain its fancy dress competition you did when you were a kid..and because its not well known its really hard to find the materials required to put up a cosplay.

What cosplayers inspire you?
I do look upto a lot of people but there are only few that really inspired me.

1) Thomas DePetrillo (You can see his hulkbuster pictures all around the world).
2) Kenny Cosplay & Stuff (This guy is legend in making cosplays specially from League [my favourite game])
3) Jeet JM Molankar – This guy is remarkable and truly an inspiration of how he manages to work and put up amazing cosplays with limites resources.

What are some important things to consider while cosplaying?
You have to have a lot of things into consideration but your safety is the most important thing and also read the instructions before using the tool for making the props. Basic thing about cosplay is how well are you performing as your character’s behaviour and your efforts you put into cosplay, later comes the perfection.

How do you see the future of cosplaying in India?
I see a great future for cosplay in India. Its progressing at a good rate and the number of competitions have increased on a fair scale too. The reason we see very less cosplays in Indian events is mainly because not a lot of people are aware of it and even they are they don’t interest in it unless its already in trend.

Any tips for cosplay fans who are just starting up?
Go for it. Cosplay for the love of your character not for perfection. Perfection comes with practice and experience. But the most important thing when you cosplay is to have fun cosplaying the character you love.

Saturday, 5 November 2016

ICUFC News


1. NIFT graduate Nandan Purkayashtha draws magical stories — using a ballpoint pen and watercolours — that are influenced by Indian folklore and western comics.
=============


2. Aakash #1 - Clash with the Legion of Darkness (Cinemics)
================



Saturday, 15 October 2016

ICUFC October 2016 Update


Delhi Artist (Rajkamal Aich) Simplifies Story Of Durga And Mahishasur For Kids In Adorable Series (Mythology Simplified)


Cover: Champak, October 2016 (I)
Shaktimaan Collection (Box Set) Diamond Comics

Friday, 30 September 2016

Indian Comics Fandom Awards 2016 (Best Webcomic) - The Beast Legion

The Beast Legion (Jazyl Homavazir), Best Webcomic - Indian Comics Fandom Awards 2016 #ICFA_2016 #TheBeastLegion #Webcomic
The poll is closed & The Beast Legion has won THE BEST WEBCOMIC title for the Indian Comics Fandom Awards 2016. Such an honor. But it it would not have been possible without the amazing support of all my readers, my friends, my family & their awesome friends. Thank you so much for showing so much love towards my work!
Everything seems to be looking up all of a sudden. First this then Tomorrow I'll be sharing another project I've worked on for the last 7 months which may surprise you. Also Beast Legion just started with chapter 13 which I assure you will be groundbreaking. So Good Things Happening & positive energy all around!
THANK YOU EVERYONE! Keep following me & supporting my work!

Friday, 26 August 2016

कॉमिक्स फैन फिक्शन लेखकों के लिए कुछ सुझाव - मोहित शर्मा ज़हन



अपने प्रिय किरदारों को अपनी गढ़ी परिकल्पनाओं में उलझाना हर प्रशंसक को भाता है। वैसा होता तो क्या होता, इस हीरो या विलन अगर फलाने हीरो के विरुद्ध आता तो क्या-क्या दृश्य बनते, किरदार की सभी बातों को बारीकी से समझ कहानी लिखने से लेकर स्थापित आयामो का मुरब्बा तक डाल देते है फैन्स। जहाँ विचार सब करते हैं पर गिने-चुने प्रशंसक ही कलम-कीबोर्ड उठाकर कुछ लिखते हैं। मैंने भारतीय कॉमिक्स खासकर हिंदी कॉमिक्स पर काफी फैन फिक्शन (प्रशंसक-साहित्य) पढ़ा और लिखा है। अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हूँ कि कई लोगो की प्रतिभा को अगर सही मार्गदर्शन, मौके मिलें तो वे बहुत अच्छे लेखक बन सकते हैं। कुछ लोग तो कहानी के साथ कला जोड़ कर बेहतरीन कॉमिक्स, कॉमिक स्ट्रिप्स बना डालते हैं। बाहर देशों में अनेकों फैन फिक्शन प्रकाशित हो चुके हैं, उनपर कॉमिक्स-फ़िल्में तक बन चुकी हैं। हालांकि, भारत में ऐसा होने में अभी बहुत समय है।

इस क्षेत्र में जितना जाना उस आधार पर फैन फिक्शन लेखकों, कलाकारों के लिए कुछ सुझाव हैं -

1. केवल एक माध्यम तक सीमित न रहें और कम रेस्पॉन्स मिलने पर (जो शुरुआत में अक्सर होता है) निराश न हों। निरंतर सीखने और अपनी प्रतिभा को निखारने की कोशिश करते रहें। सफल कलाकारों के काम का अवलोकन कर जाने कि उन्होंने ऐसा क्या किया जो वो इस क्षेत्र में सफल हो पाए। ऑनलाइन कॉमिक कम्युनिटी अभी भी काफी छोटी है इसलिए अपने लेख, कहानी, काव्य सिर्फ किरदारों के आस-पास न बुनकर समय-समय अन्य विषयों को चुने ताकि आपकी पहुँच ऑनलाइन हिंदी, इंग्लिश पाठकों तक हो जाए। इस तरह आप पत्र, पत्रिकाओं और संकलन में प्रकाशित हो सकते हैं।

2. सहमति के साथ आप अन्य कलाकारों, लेखकों के साथ कॉलेबोरेट कर सकते हैं। अगर अपने काम से आप सक्षम हैं तो ऐसे कलाकारों को कुछ धनराशि भी ऑफर कर सकते हैं। ऐसा करने से आप अपना दायर बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न शैलियों को मिलाने का काम कर रहे हैं। मिलकर किये गए ऐसे रचनात्मक काम आपको अच्छा अनुभव देते हैं।

3. यह टेस्ट करना ज़रूरी है कि कहीं आप किसी एक या कुछ शैलियों जैसे एक्शन, कॉमेडी, एडवेंचर के गुलाम तो नहीं बन गए हैं और चाहकर भी किसी और प्रकार की कहानी नहीं लिख पा रहें हैं। अगर ऐसा है तो किसी अपरिचित शैली को नए सिरे से उठाने के बजाये उसके एलिमेंट्स ऐसी कहानियों में लाना शुरू करें जिनको लिखने की आपको आदत है। कुछ समय बाद उन शैलियों पर अलग से लिखना शुरू करें।

4. ब्लॉग, फेसबुक, ट्विटर, पिनट्रेस्ट, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम का भरपूर प्रयोग करें और अधिक से अधिक आप जैसी बातें फॉलो करने वाले लोगों से जुड़ें। अपनी कहानियां, कलाकृतियां और रचनाएँ केवल 1 या 2 जगह पोस्ट ना करके उनकी वर्ड फाइल, पीडीएफ, ऑडियो स्टोरी, स्लाइडशो आदि बनाकर स्क्राइब्ड, यूट्यूब, ईशु, रीडवेयर, स्मैशवर्डस, टच टैलेंट, बिहेंस, साउंड क्लाउड जैसी वेबसाइटस पर अपलोड करें।

5. अन्य लेखकों और कलाकारों को अपना फीडबैक देते रहना चाहिए। इस से आपका सर्किल मज़बूत होता है और आपको अंदाज़ा लगता है कि कौनसी संभावनाएं या दृश्य कहानी के रूप में कैसे लगते हैं। वैसे छोटी कम्युनिटी में संपर्क, प्रोत्साहन बनाये रखने के लिए इतना करना ज़रूरी है।

6. हर लेखक को इज़्ज़त देना शुरू करें, जब तक वह प्रकाशित नहीं हो जाता या लंबे समय तक लिखता नहीं रहता जैसी कंडीशन न लगाएं। कोई टैलेंटेड हैं, बिना कॉपी किये मेहनत कर रहा है तो उसका सम्मान होना चाहिए। अक्सर कई लोगो को कहते देखता हूँ कि "फैन फिक्शन कुछ नहीं है", दुख होता है क्योकि एक समय मुझे याद है इस कुछ नहीं के चक्कर में मैंने कितना समय, पैसे और प्रयास लगाए थे और मेरे जैसे कई लोग थे/हैं। खैर, जब अपनी कम्युनिटी लेखकों को उचित सम्मान देना शुरू करेगी तभी बाकी लोग कुछ समझेंगे।
लेख का अंत इस बात से करूँगा कि अगर कोई आईडिया आपने कभी फैन फिक्शन में इस्तेमाल किया हो तो उसे भूलकर छोड़ ना दें, हो सकता है आगे कभी वो कांसेप्ट कहीं और बेहतर जगह प्रयोग में लाया जा सके।

Wednesday, 8 June 2016

Fan Archives (Raj Comics Forums)

कॉमिक फैन संजय सिंह ने इंटरनेट आर्काइव वेबसाइट से राज कॉमिक्स फ़ोरम्स के कुछ सेव्ड पेज ढूंढे, जिनमे एक यह पोस्ट उस समय का माहौल दर्शाती है। तब सोशल नेटवर्किंग साइट्स के अलावा फ़ोरम्स, डिस्कशन बोर्ड्स लोगो के जुड़ने का माध्यम थी। अब सब अपने जीवन मे व्यस्त हैं पर मैं कह सकता हूँ कि इतने वर्षों बाद भी कॉमिक्स फ़ोरम्स, कम्युनिटीज़ के लोग बड़े अपनेपन से मिलते हैं, बातें करते हैं। यह भी नोट कीजिये कि आर.सी. द्वारा फैंस के सुझावों पर विचार किया जाता है, कई बार जो बात फैंस बताते हैं वो पहले से ही मैनेजमेंट के दिमाग में होती हैं बस उन्हें ट्रिगर की ज़रुरत पड़ती है। अजय ने नागराज को दोबारा आतंकवाद से लड़ने भिजवाया। इस पोस्ट पर रिस्पांस ऐसा था कि नागराज के पास कोई ऑप्शन ही नहीं बचा था।  .....अजय की तरह कई फैंस के सुझावों पर विचार किया जाता था। जैसे मुझे याद है कॉमिक के पीछे आईएसबीएन कोड, हर कॉमिक से पहले किरदार और सीरीज का छोटा सा इंट्रो रखने जैसे मेरे कुछ सुझाव माने गए थे तो बहुत अच्छा लगा था। इंटरनेट आर्काइव का लिंक दे रहा हूँ। 



Tuesday, 7 June 2016

Community Buzz



The Vanished Path: A Graphic Travelogue by Bharath Murthy
===============


================


परशुराम शर्मा जी को नागार्जुन एक योद्धा टेलीविज़न सीरियल और शुरुआती चरण में उनके द्वारा लिखे गए नागराज में काफी समानता दिख रही है। क्या उन्हें न्यायालय जाना चाहिए?

Saturday, 30 April 2016

कॉमिक फैन फेस्ट # 5 (24 April 2016)


24 अप्रैल 2016 को कॉमिक फैन फेस्ट इवेंट का पांचवा संस्करण कई यादगार पलों के साथ संपन्न हुआ। इस बार फेस्ट दिल्ली के साथ-साथ लखनऊ और हैदराबाद में भी मनाया गया। दिल्ली में मुख्य अथिति के रूप में प्रख्यात लेखक-कलाकार श्री बिमल चटर्जी ने आयोजन की शोभा बढ़ायी। आने वाले सदस्यों को कुछ उपहार भी वितरित किये गए। हैदराबाद आयोजन जयंत कुमार ने सम्भाला तो लखनऊ की ज़िम्मा मेरे हिस्से आया। हर बार की तरह इस आयोजन के ज़रिये कुछ नए कॉमिक प्रेमी मित्रों से मिलना हुआ। - मोहित शर्मा ज़हन

Saturday, 26 March 2016

#updates

Doga lives and operates in Mumbai. It’s a city whose ruthlessness he echoes in his actions, he imitates his adoptive city’s cruelty in his methods, and he kn...
YOUTUBE.COM

Sunday, 7 February 2016

RIP Padma Shri Artist Sudhir Tailang (1960-2016)



Sudhir Tailang ji, born in Bikaner (Rajasthan). He came out with his first artwork in 1970. Sudhir ji started his career with the Illustrated Weekly of India in Mumbai, in 1982. A year later, he joined the NBT Media (in New Delhi). He had worked with all major English newspapers including the Hindustan Times, the Times of India and the Indian Express. His last assignment was with the Asian Age.