Sharvil Singh - "वैसे तो क्लासिक नागराज का ज्यादातर अब मजाक ही उड़ाया जाता है पर मुझे आज भी वो कहानियां बेहतरीन लगती हैं। बत्तीस पेज में जो मनोरंजन होता था आज कचरा पेटी, शुद्धिकरण सागा जैसी महामारियों में मिलना मुश्किल है।
उन कहानियों में कुछ अलग ही बात थी। अन इंटेंशनल ह्यूमर भी एकदम बेहतरीन लगता है।
Bakora का जादू क्या कमाल की कॉमिक्स थी।
अजगर का तूफान, मिस्टर 420, बौना शैतान इन कहानियों का टच अलग होता था। आपकी क्या राय है?"
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इस पोस्ट पर संदीप जुयाल ने जवाब दिया - "मुझे भी शुरुआती नागराज, ध्रुव की कॉमिक्स बेहतरीन लगी थी हालांकि मैंने बचपन मे इनकी शुरुआती कॉमिक नही पढ़ी थी 2012 में जब मैने इनकी शुरुआती कॉमिक्स पढ़नी शुरू की तो वाकई में उनसे प्यार हो गया नागराज का जो आतंकवाद को मिटाने का सफर था बेहतरीन था वह इसलिए क्यों कि नए नए विलेन आते थे नया एडवेंचर होता था कहानियो में आर्ट भी बेमिसाल था तो नए वाले नागराज से मुझे पुराने वाला ज्यादा बढ़िया लगा हालांकि नए वाले नागराज की भी कई कॉमिक्स बढ़िया है लेकिन पुराने वाले नागराज के विलेन कुछ अलग ही थे एक रोमांचक सफर होता था नए दोस्त मिलते थे और खूबसूरत लडकियो ने भी नागराज के इस सफर में खूब साथ दिया था।
आजकल के बच्चो को शायद इतना सिंपल आर्ट और कहानी पसंद न आए लेकिन मुझे काफी पसंद है।"
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